शिव सेना का आंतक - shiv sena terror
जवानी में उसने एक बार सागर मे पेशाब किया था,
और ईसी लिये,
सागर की सपाटी कितनी ऊंची आ गई है,
ये देखने के लिये,
अपना बाकी बचा आयुष्य,
खर्च कर डाला माँपने के लिये.
-विदां करंदीकर
कहते है के जो कायर होते है वौ दिखावा ज्यादा करते है, यही हाल शिव सेना के है, ओरकुट वेब साईट में किसीने बाला ठाकरे के विरुध कुछ लिख डाला किसीने तो ये शिव सेना के मवाली गुंडे सायबर काफे चलानेवालों के उप्रर तुट पडे.
ईसमें सायबर काफे वालों क्या अपराध ? लिखनेवाला कोई और सजा निर्दोष काफे मालिको को ? और ये शिव सेना वाले कहते है के ये लिखा गया पाकिस्तान से तो तो पाकिस्तान जा के लिखनेवालो की शोध करो और आप ठाकरे परिवार को भगवान समजते है तो पाकिस्तान जा के आत्मघाती हमला करो.
परंतु ये शिव सेना वाले कायर है, मुंबई में दाउद ईब्राहिम के गुंन्डे निर्दोष हिन्दु व्यापारी को परेशान करते है तब तुम्हारी बहादुरी कहाँ चली जाती है ? जब ईंकम टेक्ष वालों ने दाउद की मिल्क्त की बोली लगाई तब शिव सेना वालों ने ये मिल्क्त क्युं नहीं खरीदी ? कहां गई थी तुम्हारी बहादुरी ?
जब कोई हिन्दु देवी-देवता के बिभ्स्त और नग्न चित्र याँ मजाक करते है तब तो तुम दंगा नहीं करते ? क्या बाला ठाकरे भगवान से बडा है ?
में भी हिन्दु राष्ट्रवाद का समर्थक हुं परंतु ये जो शिव सेना का हिन्दुवाद है वो घटिया प्रकार का है. ऎसा हिन्दुवाद नहीं चाहिये हमें जहाँ मवाली और गुंन्डापन हो.
शिव सेना और बंजरग दल जैसी संस्थाओ कागज के वाघ है, बोलते बहुत है परंतु करते कुछ भी नही, ये सब कायरो की सेना है.
समाचार पढो : शिव सेना का आंतक सायबर काफेवालों पर
और ईसी लिये,
सागर की सपाटी कितनी ऊंची आ गई है,
ये देखने के लिये,
अपना बाकी बचा आयुष्य,
खर्च कर डाला माँपने के लिये.
-विदां करंदीकर
कहते है के जो कायर होते है वौ दिखावा ज्यादा करते है, यही हाल शिव सेना के है, ओरकुट वेब साईट में किसीने बाला ठाकरे के विरुध कुछ लिख डाला किसीने तो ये शिव सेना के मवाली गुंडे सायबर काफे चलानेवालों के उप्रर तुट पडे.
ईसमें सायबर काफे वालों क्या अपराध ? लिखनेवाला कोई और सजा निर्दोष काफे मालिको को ? और ये शिव सेना वाले कहते है के ये लिखा गया पाकिस्तान से तो तो पाकिस्तान जा के लिखनेवालो की शोध करो और आप ठाकरे परिवार को भगवान समजते है तो पाकिस्तान जा के आत्मघाती हमला करो.
परंतु ये शिव सेना वाले कायर है, मुंबई में दाउद ईब्राहिम के गुंन्डे निर्दोष हिन्दु व्यापारी को परेशान करते है तब तुम्हारी बहादुरी कहाँ चली जाती है ? जब ईंकम टेक्ष वालों ने दाउद की मिल्क्त की बोली लगाई तब शिव सेना वालों ने ये मिल्क्त क्युं नहीं खरीदी ? कहां गई थी तुम्हारी बहादुरी ?
जब कोई हिन्दु देवी-देवता के बिभ्स्त और नग्न चित्र याँ मजाक करते है तब तो तुम दंगा नहीं करते ? क्या बाला ठाकरे भगवान से बडा है ?
में भी हिन्दु राष्ट्रवाद का समर्थक हुं परंतु ये जो शिव सेना का हिन्दुवाद है वो घटिया प्रकार का है. ऎसा हिन्दुवाद नहीं चाहिये हमें जहाँ मवाली और गुंन्डापन हो.
शिव सेना और बंजरग दल जैसी संस्थाओ कागज के वाघ है, बोलते बहुत है परंतु करते कुछ भी नही, ये सब कायरो की सेना है.
समाचार पढो : शिव सेना का आंतक सायबर काफेवालों पर
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