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Hindu civilizationa & culturels protections also movement to Akhand Bharat - हिंन्दु स्भ्यता,संस्क्रुति का रक्षण करना ऎवं अखंड भारत का निर्माण करना.

Thursday, August 30, 2007

support india nuclear deal with usa - समर्थन भारत एवं अमेरीका अणु समजुती

भारत और अमेरीका के बीच अणु करार होना चाहिये या नहीं ईस बारे मे राजकिय पक्षो के बीच खेंचतान हो रही है, वैसे ईस करार से हमें लाभ है क्योंके ईससे हमें यांत्रिक जानकारी और भारी पानी जो अणु उत्पादन के लीये महत्व वस्तु है वो हम प्राप्त कर सकेंगे.
यदी हम कोई अणु परिक्षण करेंगे तो अमेरीका को पहले जानकारी देनी पडेगी या हम ईस करार का भंग करना चाहते है तो 1 वर्ष पहले बताना पडेगा.
अब बात आती है करार मे जो नियम है 123 कि तो ईसमें कोई ऎसी दुविधा नहीं है के हमारा ईस मे कोई गेरलाभ हो, और भविष्य में हमें बिजली कि जरुरत पडने वाली है तब हम बिजली कहाँ से उत्पन्न करेंगें ? क्या चाईना हमें देंगा ? आज भी चाईना हमारे सिक्कीम और अरुणाचल प्रदेश के उपर अपना दावा करता है और भविष्य में यदी चाईना ने हम पर हमला कर दिया तब अमेरीका एक ऎसा देश है जो हमारी सहायता करेंगा.
रही वामपंथी कि तो वे तो वैसे ही हिन्दु और देश विरोधी है जब हमारे पर चाईना ने हमल किया था तब ये हरामखोर वामपंथीओने चाईना को सहायता कर रहे थे और पोखरण में अणु परिक्षण किया गया तब भी ये नालायक साम्यवादीओने विरोध किया था और आज ये दभीं साम्यवादी राष्ट्रीय हित की बात करते है ?
हमारा अमेरीका के साथ 30 अबज डोलर का व्यापार है और चाईना का व्यापार अमेरीका के साथ 65 अबज डोलर का है और चाईना चाहता है के अमेरीका का व्यापार भारत से ना हो ईसीलिये ये देश-द्रोहि साम्यवादी चाईना के हाथ कि कठपुतली बनकर या चाईना को खुश करने के लिये अमेरीका का विरोध करते है.
रही बात भाजपा कि, हमारे देश कि राजकिय पक्षो की जो नौंटकी चलती रहेती है ईस में ये विदुषक के पात्र का अभिनय करती आयी है,आज-तक हिन्दुओं को मुर्ख बना बना कर मत प्राप्त करती रहीं और ये भी साम्यवादी की तरह हो गयी है.
दुर्जन मित्र से सज्जन शत्रु अच्छा है .
read news : india benefit nuclear deal with U.S.A.


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